What is BIOS | How to configure BIOS

What is BIOS

BIOS क्या है

BIOS का पूरा नाम Basic Input Output System है, BIOS एक कंप्यूटर का firmware होता है, जो के कंप्यूटर के motherboard में एक छोटी सी chip (EPROM) में स्टोर होता है। BIOS का main काम कंप्यूटर को start करना और हार्डवेयर को टेस्ट करना होता, जिसे POST भी कहते हैं। BIOS को हम special software कि मदद से ही अपडेट कर सकते हैं, BIOS किसी भी operating सिस्टम पर निर्भर नहीं होता। लेकिन BIOS कि बजह से ही कंप्यूटर में operating install हो सकता है और चल सकता है। BIOS कंप्यूटर के डाटा फ्लो को भी manage करता है।

How to enter the BIOS

BIOS में कैसे जाएँ

जब कंप्यूटर के पॉवर बटन को press करते हैं तब, 1-2 सेकंड के में ही आपकी स्क्रीन पर motherboard कंपनी का लोगो दिखाई देता हैं और साथ में ही वहाँ पर सकेंत दिया जाता हैं, जिसमें लिखा होता कंप्यूटर का BIOS खोलने के लिए कोन सी key press करनी है। आपको बिना समय waste किए तुरंत ही वो key press करनी होती है, कंप्यूटर के BIOS में जाने के लिए, नहीं तो कंप्यूटर booting प्रोसेस शुरू हो जाती है और कंप्यूटर start होने लगता है, और आप BIOS में नहीं जा सकते। BIOS में जाने के लिए आपको कंप्यूटर को दुबारा restart करना पड़ेगा और booting प्रोसेस शुरू होने से पहले दिए गए समय में आप वो key press कर BIOS में जा सकते हैं। BIOS में जाने के लिए key press करनी है यह आपके motherboard कि कंपनी और मॉडल पर निर्भर करता है, ज्यादातर कंप्यूटर में DEL key press करने पर ही BIOS ओपन हो जाता हैं, कुछ कंप्यूटर में F2 या F10 key press करने पर BIOS ओपन होता है।

How to configure BIOS

BIOS कि configure कैसे करें

BIOS में जाने का हमारा मुख्य काम, operating सिस्टम install करते समय boot priority को सेट करना होता है। boot priority का मतलब है कंप्यूटर को बताना कि वह सबसे पहले कोन सी मेमोरी device में operating सिस्टम को देखे, अगर पहली device में operating सिस्टम नहीं मिलता तो फिर दूसरी किस device में देखे, जिस से कंप्यूटर को operating सिस्टम मिल जाए। लेकिन BIOS केवल boot priority की आप्शन ही नहीं होती, वहाँ पर कंप्यूटर कि बहुत सी सेटिंग होती है। BIOS में कंप्यूटर के हार्डवेयर कि पूरी जानकारी ले सकते हैं, जैसे के कंप्यूटर में कितनी ram हैं, कितनी स्टोरेज है, कोन सा प्रोसेसर है, कोन सा हार्डवेयर किस सॉकेट में लगा हुआ है, यह जानकारी हमारे तब काम आती है जब हम नया laptop खरीदते है बिना operating सिस्टम install किया हुआ। BIOS में ही हम PCI, CPU, IDE, USB आदि को configure करते हैं।

BIOS में ही हम कंप्यूटर को advance security लॉक लगाते हैं, जिस से कंप्यूटर में नया operating सिस्टम install करने के लिए भी हमें कंप्यूटर में पासवर्ड fill करना पड़ता हैं। power management की सेटिंग भी BIOS में होती है। BIOS को configure करना बहुत ही आसान है, पुराने कंप्यूटर के BIOS में सिर्फ keyboard ही use होता था, लेकिन आज के BIOS में माउस से भी हम काम कर सकते हैं। आप BIOS में जो भी सेटिंग करना चाहते हैं, आप उस सेटिंग पर जाए और आपको स्क्रीन के right side या नीचे की और instruction मिल जाएँगी जिन्हें समझ कर आप अपने कंप्यूटर के BIOS को manual configure कर सकते हैं और आखिर में save एंड exit कमांड पर क्लिक कर BIOS की सेटिंग को save कर BIOS से बाहर आ सकते हैं, अगर BIOS में ग़लत सेटिंग हो गई है तो या फिर आप कोई भी सेटिंग नहीं करना चाहते तो exit पर क्लिक करें अगर आपको save करने के लिए आप्शन मिले तो no सेलेक्ट करके BIOS से बाहर आ जाए। अगर आपसे ग़लत सेटिंग save हो गयी हो तो आप restore default की आप्शन सेलेक्ट कर सकते हैं ।

नोट: BIOS कंप्यूटर कि बहुत अहम सेटिंग होती है अगर आप बिना जानकारी से ज्यादा सेटिंग को change करेंगे तो आपके कंप्यूटर को start होने में problem आ सकती है, अच्छा यही है के आप उन settings को ना बदले जिनके बारे में आपको पता नहीं है चूँकि यह operating सिस्टम की तरह नहीं हैं कि आसानी से दुबारा install करने पर कंप्यूटर की सेटिंग दुबारा से सही हो जाएँगी।

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